Diwali 2022: दीपावली में घर की सफाई के दौरान इन चीजों को करें बाहर, प्रसन्न होंगी माता लक्ष्मी

Diwali 2022: दिवाली के मौके पर घर की साफ-सफाई का खास महत्व है। माना जाता है कि साफ-सुथरे घर में ही लक्ष्मी का आगमन और वास होता है। इस साल 24 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी। आप भी अपने घर की सफाई का अभियान शुरु कर चुके होंगे। ऐसे में कुछ ऐसी चीजों को घर से निकालकर फेंकना ना भूलें, जो माता लक्ष्मी को नाराज कर सकते हैं। वास्तु के मुताबिक घर में ऐसी चीजें रखने से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और ऐसे घर से लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इसलिए दिवाली की सफाई के दौरान अगर आपको घर में ऐसी चीजें नजर आ रही है तो तुरंत घर से बार निकाल फेंकें।
टूटे बर्तन
साल में एक बार टूटे बर्तनों को निकाल फेंकने में कोई हर्ज नहीं। वास्तु के मुताबिक किचन में कभी भी टूटे या क्रैक बर्तन नहीं रखने चाहिए। इसे शुभ नहीं माना जाता। इसलिए दिवाली से पहले इन्हें कबाड़ी में बेच दें या फेंक दें और नया बर्तन ले आएं।
खंडित मूर्तियां-तस्वीरें
पूजाघर में कई बार देवताओं की फटी-पुरानी तस्वीरें पड़ी रहती हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक ऐसी मूर्तियों या तस्वीरों की पूजा से दोष लगता है। देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां की कभी भी पूजा नहीं करनी चाहिए। कई बार सजावट के तौर पर घर में खंडित मूर्तियां रखी रहती हैं। दिवाली से पहले इन मूर्तियों या तस्वीरों को जल में प्रवाहित करें और घर में नई मूर्तियां स्थापित करें।
खराब घड़ी
वास्तु शास्त्र के मुताबिक रुकी हुई घड़ी खराब समय को दर्शाती है। घर की दीवार पर कभी भी रुकी हुई घड़ी टंगी नहीं रहनी चाहिए। दीपावली का पर्व नई शुरुआत का संदेश लेकर आता है। ऐसे में घर में पड़ी रुकी या खराब घड़ियों को या तो ठीक करवा लें या फेंक दें।
खराब बल्ब
दीवापली रौशनी का त्योहार है। ऐसे में ध्यान रखें कि घर का कोई कोना अंधेरे में ना हो। बाथरूम, बाल्कनी आदि में खराब पड़े बल्ब को दिवाली से पहले बदल लें। ध्यान रखें कि घर के किसी भी कोने में अंधेरा हो, तो देवी लक्ष्मी रुठ कर वापस चली जाती हैं। इसलिए खराब बल्बों या लाइट से जुड़ी चीजों को अवश्य दुरुस्त करवा लें।
फटे-पुराने जूते
फटे-पुराने जूते या चप्पल दरिद्रता के सूचक होते हैं। कई बार तो ठीक करवाकर पहनने के चक्कर में फटे-पुराने जूते-चप्पलों को भी घर में रखे रहते हैं। वास्तु शास्त्र में इसे बहुत अशुभ माना जाता है और इनसे घर में नकारात्मकता आती है। इसलिए दिवाली की सफाई में ऐसे जूते-चप्पलों को या तो किसी गरीब को दे दें या बाहर फेंक दें।
दिवाली पर साफा-सफाई के साथ घरों की अन्य चीजों पर भी ध्यान देना चाहिए। दीवाली पर घरों के फर्नीचर से आने वाली आवाजों को भी अपशगुन माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि अगर फर्नीचर जैसे बेड, सोफा से अगर कोई आवाज आती है तो इसे ठीक करना उचित रहता है। दिवाली पर फर्नीचर से आने वाली आवाज को अपशगुन माना जाता है