इन चीजों को कभी भी बेटियों को विदाई में नहीं देना चाहिए, शादीशुदा जरुर देखें

Daughter Vidai: बेटियों के लिए हर मां-बाप का सपना होता है कि उन्हें एक अच्छा ससुराल और प्यार करने वाला पति मिले. ससुराल में उनकी बेटी का मान-सम्मान किया जाए और ससुराल में खुशियां ही खुशियां फैले. लेकिन कई बार मां-बात कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिसकी वजह से बेटी को जीवन भर दुख सहना पड़ सकता है.
विदाई के समय बेटी को दी गई कुछ चीजों के कारण उसके जीवन में खुशियों के बजाय दुख आने लगते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि बेटी को विदाई के समय कौन सी चीजें गलती से भी नहीं देनी चाहिए. तो अगर आने वाले कुछ महीनों में आपकी बेटी की शादी है तो इन बातों का खास ख्याल रखें.
बेटियों को लेकर हर माता-पिता का यही सपना होता है कि जब वह शादी के बाद अपने घर जाएं तो अपने परिवार में खूब खुश रहें। उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो और ससुराल वालों से उन्हें खूब प्यार मिले। लेकिन कई बार जाने-अनजाने में हम ही कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं कि उनका जीवन दुख से भर जाता है। आज हम आपको बता रहे हैं कि बेटियों को विदाई के वक्त कौन सी चीजें हैं जो भूलकर भी नहीं देनी चाहिए।
भूलकर भी लड़कियों को विदा करते समय उनके साथ मिर्च न रखें। ऐसा करना उनके नए शादीशुदा जीवन में कड़वाहट घोलने के बराबर है। माना जाता है कि बेटियों के साथ मिर्च रखेंगे तो नए रिश्तों में शुरुआत से ही तकरार हो सकती है। अगर आपको उनको विदाई में कुछ देना ही है तो फल और सूखी मेवा रखना शुभ माना जाता है।
कुछ लोगों के घरों में ऐसा देखने में आता है कि बेटियों को घर गृहस्थी का सामान देते हैं तो उसके साथ चूल्हा भी देते हैं। ऐसा भूलकर भी न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो यह गलत है। इसका अर्थ यह माना जाता है कि आप बेटी को चूल्हा देकर इस बात को बढ़ावा दे रहे हैं कि वह नए परिवार में जाते ही अपना चूल्हा अलग कर लें। बेटियों को चूल्हे की बजाए आप डिनर सेट या फिर अन्य घर गृहस्थी से जुड़ी वस्तुएं दे सकते हैं।
भूलकर भी बेटी को विदा करते समय उसे नमक नहीं देना चाहिए। नमक देने का अर्थ है कि आप नए रिश्तों में बेटी को सामंजस्य बैठाने से रोक रहे हैं। इससे यह संदेश जाता है कि आप चाहते हैं कि बेटी केवल मायके के रिश्तों को ही निभाए। नए रिश्तों में मिठास बनी रहे इसलिए बेटियों को विदाई के वक्त मीठी वस्तुएं दी जाती हैं। बेहतर होगा कि आप उन्हें नमक की बजाए मिठाइयां देकर विदा करें।
विदाई के वक्त बेटियों के साथ अचार भूलकर भी न रखें। ऐसा माना जाता है कि बेटियों को अचार देने से नए रिश्ते बनने से पहले ही उनमें खटास आ जाती है। अचार की प्रकृति खट्टी होने की वजह से ऐसा माना जाता है। विदाई के वक्त उनके साथ खाने-पीने की अन्य चीजें रख सकते हैं, लेकिन अचार भूलकर भी न रखें।