12 साल बाद देवताओं के गुरु बृहस्पति हुए वक्री, इन 3 राशि वालों धनलाभ के साथ भाग्योदय के प्रबल योग

Guru Planet Vakri 2022 : वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह एक निश्चित समय अवधि पर एक राशि से दूसरी राशि में गोचर और वक्री होता है और वक्री होने का प्रभाव मानव जीवन और देश- दुनिया पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि गुरु ग्रह 12 साल अपनी स्वराशि मीन में वक्री हुए हैं। जहां वो 24 नवम्बर तक वक्री अवस्था में स्थित रहेंगे। गुरु ग्रह के वक्री होने का असर सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं जिनको इस दौरान कारोबार और करियर में सुनहरी सफलता मिल सकती है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं…
वृष राशि: गुरु बृहस्पति के वक्री होते ही आप लोगों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। क्योंकि गुरु ग्रह आपकी राशि से 11वें स्थान में वक्री हुए हैं। जिसे इनकम और लाभ का स्थान माना जाता है। इसलिए इस दौरान आपकी इनकम में अच्छी बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही इस समय आपके स्त्रोत के नए- नए माध्यम भी बनेंगे। व्यापार में अच्छा धनलाभ हो सकता है।
साथ ही कोई महत्वपूर्ण व्यावसायिक डील फाइनल होने से अच्छा लाभ हो सकता है। आप लोग इस समय वाहन और प्रापर्टी खरीद सकते हैं। साथ ही गुरु ग्रह आपके 8वें स्थान के स्वामी हैं। इसलिए इस समय जो लोग रिसर्च की फील्ड से जुड़े हुए हैं उनको ये समय शानदार साबित हो सकता है। साथ ही इस समय आपको कोई कोई पुरानी बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। आरोग्य की प्राप्ति होगी। आप लोग इस दौरान एक ओपल रत्न धारण कर सकते हैं। जो आपके लिए लकी स्टोन साबित हो सकता है।
मिथुन राशि: ज्योतिष अनुसार गुरु ग्रह के मीन राशि में वक्री होते ही आप लोगों करियर और व्यापार में आशातीत सफलता मिल सकती है। क्योंकि गुरु ग्रह आपके दशम भाव में वक्री हुए हैं। जिसे नौकरी, बिजनेस और कार्यक्षेत्र का भाव माना जाता है। इसलिए इस दौरान आपको नई नौकरी ऑफर आने की संभावना है। साथ ही इस दौरान आपका प्रमोशन और इंक्रीमेंय होने की सभावना है। साथ ही इस समय नए ऑर्डर आने से आपको व्यापार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। साथ ही इस समय आपके नए व्यावसायिक संबंध बन सकते हैं और व्यापार का विस्तार होने से अच्छा लाभ हो सकता है। इस समय आपको कोर्ट- कचहरी के मामलों में भी सफलता मिल सकती है। साथ ही आप लोग एक पन्ना पहन सकते हैं, जो आपके लिए लकी स्टोन साबित हो सकता है।
कर्क राशि: गुरु ग्रह के वक्री होने से आप लोगों को आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। क्योंकि गुरु ग्रह आपके नवम भाव में वक्री हुए हैं। जिसे भाग्य और विदेश यात्रा का स्थान माना गया है। इसलिए इस समय आपको भाग्य का पूरा साथ मिलता दिख रहा है। साथ ही गुरु बृहस्पति के वक्रीहोते ही आपके अटके हुए काम भी बनेंगे। वहीं इस दौरान आप कारोबार के संबंध से छोटी या बड़ी यात्रा भी कर सकते हैं, जो आपके लिए लाभप्रद सिद्ध हो सकती है। वहीं जिन लोगों का व्यापार विदेश से जुड़ा हुआ है उन लोगों को अच्छा धनलाभ होने की संभावना है।
वहीं गुरु ग्रह आपके छठे भाव के स्वामी हैं, जिसे रोग, कोर्ट- कचहरी और शत्रु का भाव माना जाता है। इसलिए इस समय आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। साथ ही गुप्त शत्रुओं पर विजय पाएंगे। वहीं आपके राशि के स्वामी चंद्रमा की गुरु ग्रह के साथ मित्रता का भाव है। इसलिए यह गोचर आपके लिए शुभ साबित हो सकता है।