शनिदेव बना रहे बेहद ताकतवार राजयोग, इन राशिवालों को होगा तगड़ा लाभ, मिलेगी अपार सफलता

Shani Margi 2022: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रह निश्चित अवधि में गोचर करते हैं। शनि ग्रह ढाई साल में राशि परिवर्तन करता है। साथ ही लंबे समय वक्री चाल चलते हैं। फिलहाल शनि मकर राशि में वक्री अवस्था में हैं। 23 अक्टूबर 2022 से मार्गी होंगे। शनि की चाल में बदलाव से सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। हालांकि कुछ राशियों का भाग्य चमक उठेगा। मार्गी शनि ताकतवर राजयोग बनाएंगे और जबरदस्त लाभ कराएंगे। इन राशि वालों की सारी तकलीफ दूर हो जाएंगी।
मेष राशि- शनि के मार्गी होने से मेष राशि के जातकों को लाभ होगा। नौकरी और व्यापार में सफलता मिलेगी। अचानक पैसों की आवक बढ़ेगी। स्टॉक मार्केट में लाभ की संभावना है। अच्छी सैलरी की नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है। प्रमोशन और इंक्रीमेंट के भी योग है। कार्यस्थल पर आपके काम की तारीफ होगी। मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होगी। मनचाही ख्वाहिश पूरी होगी।
मिथुन राशि- मार्गी शनि मिथुन राशि वालों को व्यापार और करियर में सफलता दिलाएंगे। वाणी के दम पर काम सफल होंगे। बिजनेस में मुनाफा होगा। राजनीति में सक्रिय लोगों को बड़ा पद मिल सकता है। मानसिक परेशानी समाप्त होगी। धन का आगमन होगा। आपकी संतान आपके मान-सम्मान को बढ़ाएगी। विदेश यात्रा का अवसर मिल सकता है।
सिंह राशि- शनि ग्रह मार्गी होकर ताकतवार राजयोग बनाएंगे, जो सिंह राशिवालों के लिए लाभदायक होगा। आय के नए साधन बनेंगे। शेयर मार्केट से पैसा कमाएंगे। पत्नी की मदद से आपको कामयाबी मिलेगी। ससुराल पक्ष से धन प्राप्ति की संभावना है। भाई-बहनों से परस्पर स्नेह बढ़ेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में आशातीत परिणाम मिलेंगे। शिक्ष संबंधी कार्य में सफलता मिलेगी।
शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। शनिवार का दिन भी उन्हीं को समर्पित होता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार शनिदेव जिस व्यक्ति से प्रसन्न हो गए उसके दिन बदल जाते हैं। शनिदेव अपने भक्तों को धन, वैभव, यश, पद और सम्मान का लाभ कराते हैं। लेकिन कुकर्म करने वाले व्यक्तियों को शनिदेव बहुत कष्ट पहुंचाते हैं। ज्यादातर लोग शनि ग्रह से भय खाते हैं। लेकिन शनि देव बहुत सरल, शुभ और न्याय प्रिय भी हैं। कहा जाता है कि अगर आपकी कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति हो तो व्यक्ति के जीवन में कई तरह के उतार-चढ़ाव आते हैं। कई प्रकार के रोग होते हैं। धन हानि और कलेश होता है। लेकिन अगर शनि आपकी कुंडली में शुभ स्थिति में है तो आपको गरीब से अमीर, भिखारी से राजा बना देता है। चलिए जानते हैं शनि के शुभ स्थिति में होने के क्या संकेत होते हैं।
शनिदेव जब किसी पर प्रसन्न होते है तो उसकी किस्मत बदल जाती है। शनिदेव देव अपने प्रसन्न होने का संकेत कई प्रकार से देते हैं। जैसे शनिवार के दिन मंदिर के बाहर या किसी भी स्थान विशेष से आपके जूते-चप्पल चोरी हो जाना शुभ संकेत माना जाता है। अचानक आपके पैसा आ जाना या नौकरी-धंधे में तरक्की हो जाना। यहां इस बात सीधा अर्थ ऐसा है कि आपने जब किसी चीज की उम्मीद नहीं की हो लेकिन वो आपको मिल जाए। किसी भी बड़ी दुर्घटना में आपको चोट नहीं आना। समाज में मान-सम्मान मिलना। आपकी सेहत एक दम दुरस्त रहना। शनिदेव की कृपा से व्यक्ति के बाल, नाखून, हड्डियां और आंखे जल्द कमजोर नहीं होती हैं।
इन राशियों के लिए शुभ
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार शनि ग्रह दो राशियों के स्वामी है। मकर और कुंभ। शनि तुला राशि के उच्च भाव में होते हैं। जबकि कुंभ और मकर के सातवें भाव में होते हैं। शनि का ग्यारहवें भाव होना शुभ माना जाता है। शनि इन तीनों राशियों को शुभ फल देते हैं।
शनि देव की शक्ति क्या है
शनि दीर्घायु, दुख, दुःख, वृद्धावस्था, अनुशासन, प्रतिबंध, जिम्मेदारी, देरी, महत्वाकांक्षा, नेतृत्व, अधिकार, विनम्रता, अखंडता और अनुभव से पैदा हुए ज्ञान के नियंत्रक हैं। वह आध्यात्मिक तप, तपस्या, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा का भी प्रतीक है।
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