करवाचौथ 2022: पति-पत्नी को नहीं करना चाहिए ये काम वरना बनते हैं पाप के भागीदार

05 अक्टूबर को देश में दशहरा का पर्व धूम धाम से मनाया गया जिसके बाद अब 13 अक्टूबर को करवातौथ का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को पड़ता है, जिसे सुहागिन महिलाएं के सुहाग का प्रतीक माना जाता है।
इस दिन महिलाएं पूरा दिन निर्जला उपवारस करती हैं जिसके बाद रात में चंद्र देव को अर्घ्य दे कर व्रत खोलती हैं। लेकिन इस दौरान कुछ खास नियमों का ध्यान रखना आवश्यक होता है जिसके बारे में जानना हर किसी के लिए जरूरी है। तो आज हम आपको करवाचौथ के दिन से जुड़ी खास जानकारी देने जा रहे हैं जिसमें हम आपको बताएंगे कि इस दिन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सबसे पहले आपको बता दें इस बार करवा चौथ का त्योहार 13 अक्टूबर, 2022 यानि गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। धार्मिक व ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार मगर इस दिन सभी महिलाओं के लिए स्वच्छता और पवित्रता का ध्यान रखना अति आवश्यक होता है।
इस दिन व्रत के दौरान दंपति को शारीरिक संबंध भी नहीं बनाने चाहिए, शास्त्रों में इस दिन ऐसा करना वर्जित माना जाता है। बल्कि कहा जाता है हिंदू धर्म में न केवल करवाचौथ के दिन बल्कि भी किसी भी व्रत के वक्त इस तरह के विचार को भी मन में नहीं लाना चाहिए।
हिंदू धर्म के शास्त्रों के मुताबिक, यह व्रत भगवान गणपति को समर्पित है। तो वहीं इस खास दिन पर देवी पार्वती की पूजा की जाती है। अतः ऐसे में व्रत के दौरान पति और पत्नी को शारीरिक संबंध कतई नहीं बनाना चाहिए। कहते हैं कि व्रत के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से पति और पत्नी दोनों पाप के भागीदार बनते हैं। ऐसे करना से महिलाओं को व्रत का फल प्राप्त नहीं होता।
शास्त्रों के अनुसार मासिक धर्म में करवा चौथ का व्रत रखना वर्जित नहीं है। ऐसे में अगर आप मासिक धर्म के समय से गुजर रहे हैं तो आप बिना किसी परेशानी के व्रत पूरा कर सकती हैं। बस आपको व्रत के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखने की जरूरत है। ताकि आप बिना किसी गलती के अपना व्रत पूरा कर सकें।
अगर आप पीरियडस के दौरान करवा चौथ का व्रत रख रखी हैं तो आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है आपको कमजोरी, सिरदर्द और चिड़चिड़ापन जैसी शिकायत हो सकती है जिससे न चाहते हुए भी आपका मूड खराब हो सकता है। इससे बचने के लिए आप इन बातों को ध्यान रखें। उपवास शुरू होने से पहले ही पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, जिससे बाडी हाइड्रेट रहेगी और पेट दर्द नहीं होगा। फलों का सेवन करें। सूखे मेवे अपनी डाइट में शामिल करें। पौष्टिक भोजन करें । उपवास पूरा होने पर सामान्य खाना ही खाएं। अगर थकान महसूस कर रहीं हैं तो नींद पूरी लें और आराम जरूर करें।