
Muslim Dharam Guru on PFI Ban: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बुधवार (28 सितंबर) को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई सहित 8 संगठनों पर बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने इन संगठनों को पांच साल के लिए बैन कर दिया है। इस फैसले को लेकर सियासी बयान बाजियां भी हुईं। भारतीय सियासत का एक धड़ा जहां इस फैसले को सही बता रहा है वहीं कुछ सियासी दल और उनके नेता इस फैसले को गलत साबित करने की कोशिश में लगे हुए हैं। ये नेता लगातार सरकार के इस फैसले को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं।
वहीं इस फैसले पर मुस्लिम समुदाय के कई धर्मगुरुओं ने भी अपनी राय रखी है। इन धर्मगुरुओं के मुताबिक केंद्र सरकार के ये फैसला देशहित के लिए बहुत ही बेहतरीन है और ये फैसला लेना बहुत जरूरी भी हो गया था। मुस्लिम धर्मगुरुओं का कहना है कि इसे और पहले ही लगा दिया जाना चाहिए था। आइए आपको बताते हैं कि किसी धर्मगुरु ने पीएफआई बैन को लेकर क्या कहा?
मौलाना शहाबुद्दीन रिज़वी ने फैसले पर जताई खुशी
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिज़वी ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर की और बीजेपी को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कट्टरपंथी संगठन पीएफआई पर प्रतिबंध लगाकरके एक अच्छा कदम उठाया है। मैं ये वाज़े कर देना चाहता हूं कि भारत की सरजमीं पर आतंकवाद कभी भी पनप नहीं सकता है। चूंकि ये सूफियों की सरजमीं है सूफी विचारधारा के लोग रहते हैं इसलिए यहां पर ऐसी विचारधारा नहीं पनप सकती है। पूरे भारत में वाहिद बरेलवी उलेमा हैं जिन्होंने कट्टरपंथी विचारधारा वाले संगठनों पर हुकूमत-ए-हिन्द से बैन लगाए जाने की मांग की थी। जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पूरी कर दी।’
मौलाना सैफ अब्बास नकवी किया मोदी सरकार के फैसले का स्वागत
मौलाना सैफ अब्बास नकवी किया केंद्र की मोदी सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘भारत में पीएफआई के ऊपर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मैं समझता हूं कि हमारे देश का कानून हमारे देश का संविधान और कोई भी हिन्दुस्तानी नागरिक इस बात की इजाजत नहीं देता है कि देश के अंदर रहकर देश की मुखालिब गतिविधियों को अंजाम दिया जाए। यकीनी तौर पर जो भी देश विरोधी गतिविधि में शामिल हो या ऐसे विदेशी संगठनों का समर्थन करता हो जो देश को तोड़ने की बात करते हों उन सब के खिलाफ बैन लगना चाहिए। देश का माहौल जिस तरह से खराब किया जा रहा है ऐसे में देश की सेंट्रल एजेंसीज को कड़ी निगरानी करने की जरूरत है।’
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक राव मुशर्रफ ने भी किया फैसले का स्वागत
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक राव मुशर्रफ ने भी केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘हम केंद्र सरकार के पीएफआई पर बैन लगाए जाने वाले फैसले को लेकर सरकार का दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त करते हैं और इसका स्वागत भी करते हैं। ऐसे संगठनों पर तो प्रतिबंध ही नहीं बल्कि पीएफआई जैसे संगठनों का हिन्दुस्तान से नाम ओ निशान ही खत्म कर देना चाहिए।’