वो परिवार जिसकी 6 बेटियां बन गईं पुलिस कांस्टेबल, गरीबी को मात देकर पहनी खाकी वर्दी
रंगराव भोसले के बेटे सुरेश भोसले व चंद्रकांत भोसले कोल्हापूर में खेती करते हैं। इन दोनों भाइयों की तीन-तीन बेटियां महाराष्ट्र पुलिस में बतौर कांस्टेबल सेवाएं दे रही हैं।

मुम्बई. बेटियों को बोझ समझने और स्कूल-कॉलेज की तरफ बढ़ते इनके कदम रोकने वालों के लिए यह परिवार मिसाल है। इस परिवार ने बेटियों को पढ़ने-लिखने का भरपूर अवसर दिया। नतीजा यह है कि छह बेटियां पुलिस कांस्टेबल बन गईं। शिक्षा की बदौलत और अपनी मेहनत के दम पर गरीबी को मात देकर इन छहों बहनों ने खाकी वर्दी पहनी है।
हम बात कर रहे हैं भोसले परिवार की, जो महाराष्ट्र के कोल्हापूर जिले का है। कोल्हापूर के वाघवे पैकी खोतवाडी तालुका पन्हाळा निवासी प्राथमिक शिक्षक रंगराव भोसले की इन छह पोतियों ने कमाल कर दिखाया है। रंगराव भोसले के बेटे सुरेश भोसले व चंद्रकांत भोसले कोल्हापूर में खेती करते हैं। इन दोनों भाइयों की तीन-तीन बेटियां महाराष्ट्र पुलिस में बतौर कांस्टेबल सेवाएं दे रही हैं।
सुजाता भोसले ने बताया कि हमारे परिवार में सबसे पहले साल 2008 में बहन सोनाली व सुवर्णा भोसले ने महाराष्ट्र पुलिस ज्वाइन की थी। बाद में हम अन्य चार बहनें भी इन्हीं के नक्शे कदम पर चलीं और साल 2010 से लेकर 2017 तक की महाराष्ट्र पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सिलेक्ट हो गईं। फिलहाल विभिन्न पुलिस कार्यालयों में सेवाएं दे रही हैं।
दो भाइयों की कुल सात बेटियों में से छह बेटी महाराष्ट्र पुलिस में कांस्टेबल हैं जबकि सातवीं बेटी शुभांगी भोषले ने एमए बीएड कर रखा है। हालांकि इसकी महाराष्ट्र पुलिस सेवा में जाने की इच्छा नहीं है। चंद्रकांत भोसले की बेटियां सोनाली, रूपाली व विमल हैं जबकि सुरेश भोसले की बेटियों का नाम सुवर्णा, सारिका और सुजाता हैं।
छह बेटियां पढ़-लिखकर काबिल बन गईं तो नतीजा यह रहा कि इनकी शादी के लिए रिश्ते भी अच्छे मिले। पांच बहनें शादीशुदा हैं। इनमें से चार के पति भारतीय सेना, महाराष्ट्र पुलिस व जिला परिषद और एक का पति रसायन कंपनी में कार्यरत है। बेटी व दामाद को मिलाकर अकेले भोसले परिवार में दस शख्स सरकारी नौकरी में हैं।
14 साल पहले भोसले परिवार में पहली बार महाराष्ट्र पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2008 सोनाली भोसले ने पास की। सोनाली वर्तमान में कोल्हापूर जिले में रजवाड़ा पुलिस स्टेशन में कार्यरत हैं। इनके पति महेश पाटिल भारतीय सेना में नायक पद पर सेवाएं दे रहे हैं।
चचेरी बहन सोनाली के साथ ही सुवर्णा भोसले का भी महाराष्ट्र पुलिस में कांस्टेबल पद पर चयन हुआ था। सुवर्णा वर्तमान में कोल्हापूर आईजी कार्यालय में सेवाएं दे रही हैं। इनकी शादी समीर अस्वले से हुई है, जोकोल्हापुर जिला परिषद में क्लर्क पद पर कार्यरत हैं।
महाराष्ट्र पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2012 में भोसले परिवार से तीसरी बेटी सारिका का चयन हुआ। ये वर्तमान में पिंपरी-चिंचवाड़ आयुक्तालय में पोस्टेड हैं। इनकी शादी उदय पाटिल से हुई है, जो एक केमिकल कंपनी में कार्यरत हैं।
रुपाली भोसले का चयन महाराष्ट्र पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2010 में हुआ। ये वर्तमान में नासिक शहर पुलिस में कार्यरत हैं। रुपाली के पति कैलाश मुंगसे भी महाराष्ट्र पुलिस में कांस्टेबल हैं।
भोसले परिवार से पांचवीं कांस्टेबल बनने का गौरव बेटी विमल को हासिल हुआ। साल 2014 की महाराष्ट्र पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में विमल भोसले का चयन हुआ। ये वर्तमान में कोल्हापूर परिवहन शाखा में कार्यरत हैं। इनके पति संजय सालोखे भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं।
कोल्हापूरच्या पन्हाळा तालुक्यातील वाघवे गावात असलेल्या भोसले कुटुंबाने घरातील ६ मुलींना पोलीस सेवेत भरती करून देशसेवेचा वेगळाच आदर्श घालून दिला आहे. या सहाही मुलींसह भोसले कुटुंबाचे सामाजिक योगदान प्रेरणादायी आहे. pic.twitter.com/PHZa4u0X0Q
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) March 8, 2021
भोसले परिवार की अविवाहित बेटी सुजाता ने महाराष्ट्र पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2017 में सफलता पाई। ये वर्तमान में HQ Bavda में कार्यरत है। सुजाता कहती हैं कि आज हमारे परिवार की पहचान छह कांस्टेबल बहनों के नाम से भी होती है, जो हम सबके लिए गर्व की बात है।