दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण, इन राशियों के लिए अशुभ

सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना गया है। ग्रहण के दौरान खाना-पीना और शुभ कार्य करना वर्जित है। इस वर्ष का आखिरी सूर्य ग्रहण अक्टूबर के महीने में लगेगा। यह ग्रहण दिवाली के दूसरे दिन पड़ रहा है। 25 अक्टूबर मंगलवार को आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह भारत में दिखाई देगा। इस लिए सूतक काल माना जाएगा। साथ ही इस साल का दूसरा और आखिसी सूर्य ग्रहण 5 राशियों के लिए शुभ नहीं रहेगा। ग्रहण के दौरान शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण एक अशुभ घटना है। गर्भवती महिलाओं को इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
सूर्य ग्रहण का समय?- 25 अक्टूबर को लगने वाला ग्रहण दोपहर 04.29 बजे शुरू होकर शाम 05.42 बजे खत्म होगा। भारत के अलावा, ग्रहण यूरोप, पूर्वोत्तर अफ्रीका, दक्षिण पश्चिम एशिया और अटलांटिक में दिखाई देगा। यह साल 2022 का दूसरा सूर्य ग्रहण है। पहला ग्रहण 30 अप्रैल को लगा था।
सूर्य ग्रहण पर इन राशियों को रहना होगा सावधान
वृषभ राशि- आपके लिए सूर्य ग्रहण अच्छा नहीं रहेगा। सावधान रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। इसलिए अपने हेल्थ का खास ध्यान रखें। मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातकों के नौकरी में बदलाव हो सकता है, जो आपके लिए नुकसानदायक होगा। यह बहुत ही सोच-समझकर निर्णय लेने का समय है। आर्थिक नुकसान हो सकता है।
कन्या राशि- सूर्य ग्रहण कन्या राशिवालों के लिए अच्छा नहीं है। जिन लोगों का व्यापार विदेश से जुड़ा है। उन्हें इस समय बड़े फैसले लेने से बचना चाहिए। खर्चा भी बढ़ेगा। तुला राशि- सूर्य ग्रहण के समय सूरज तुला राशि में होगा। इसलिए तुला राशि पर इस ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। कुछ कीमती वस्तु खो सकते हैं।
वृश्चिक राशि- सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि वालों को नुकसान पहुंचा सकता है। आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। कड़वा बोलने से नुकसान हो सकता है। परिवार में मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। सूर्य ग्रहण के दौरान देवी-देवताओं के बीज मंत्र और चालीसा का पाठ करने से ग्रहण का प्रभाव कम हो जाता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि मंत्रों का जाप मन में किया जाए। इसके यह ध्यान रखें कि आप भगवान की प्रतिमा का स्पर्श बिल्कुल ना करें। सूतक काल के बाद स्नान सबसे जरूरी है। इसलिए ग्रहण के बाद सबसे पहले स्नान करें और फिर देवी-देवताओं की मूर्तियों को, अन्न को और घर के हिस्सों को गंगाजल से सिक्त कर दें। ऐसा करने से ग्रहण का प्रभाव कम हो जाता है।
इसके साथ शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि ग्रहण के दौरान दीपक जलाकर गायत्री मंत्र अथवा महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। यह आपको कई प्रकार के समस्याओं से व्यक्ति को दूर रखता है।
इसके साथ सूर्य ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को बिल्कुल हाथ ना लगाएं। बल्कि ग्रहण से पहले तुलसी के पत्ते को बचे हुए खाने या फ्रिज में रख दें। ऐसा करने से भोजन पर भी ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है